आज मैं फेसबुक पे कुछ पोस्ट पढ़ रहा था । सहसा ही दिमाग में एक बात आई की अपनी १९ साल की निजी ज़िन्दगी में मैंने बोहत ही कम जगह पे अपनी मात्रभाषा हिंदी तथा गढ़वाली(लोक भाषा) का प्रयोग करा होग। आज न जाने क्यूँ मुझे अपनी बचपन की कुछ बातें याद आ रही है वैसे तो यह भी याद नहीं रहता की कल क्या खाया था , परन्तु आज मुझे एक तरह से अपनी ज़िन्दगी के १ ९ सालो का ताना बाना याद आ रहा है । शायद इसलिए क्यूंकि मैं आज अपने परिवार के सदस्यो द्वारा दिए गए विचार, आदर्श के बारे में सोच रहा हू । मैं इसी ब्लॉग के बहाने आपसे कुछ अपनी यादें ही बाँट लेता हू क्या पता आपको भी अपना बचपन याद आ जाए ।
मेरे बचपन में सबसे ज्यादा प्यार शायद दादाजी ने करा है, अब इसका अर्थ यह कतई नहीं है की मम्मा (मेरा बुलाने का तरीका है) ने मुझे कम प्यार दुलार दिया, पर दादाजी के लिए जो दिल में एक जगह है वोह शायद स्वयं भगवन भी नहीं ले सकते । तो आपको बता दूँ की मेरे दादाजी जितने नरम है उतने सख्त भी है,
तो उनके कुछ RULES आपको बता दू
मेरे बचपन में सबसे ज्यादा प्यार शायद दादाजी ने करा है, अब इसका अर्थ यह कतई नहीं है की मम्मा (मेरा बुलाने का तरीका है) ने मुझे कम प्यार दुलार दिया, पर दादाजी के लिए जो दिल में एक जगह है वोह शायद स्वयं भगवन भी नहीं ले सकते । तो आपको बता दूँ की मेरे दादाजी जितने नरम है उतने सख्त भी है,
तो उनके कुछ RULES आपको बता दू
- सुबह ६ बजे के बाद आप सो नहीं सकते, बेशक आप दिन में २ बजे नींद ले सकते हैं।
- यदि आपने बड़ो के नाम के आगे 'जी' नहीं लगाया तो आप एक लम्बी वाणी सुनने के लिए तैयार हो जाइये ।
- खाने पीने की आदत पे बड़े सख्त हैं, रात में आप चावल और दही तोह किसी भी मौसम में नहीं खा सकते ।
- भगवान् की पूजा के समय यदि आपने अपना ध्यान भटकाया तोह आप बोहोत बड़ी मुश्किल में है ।
- आप कितने भी बड़े हो जाए परन्तु दादाजी को घर से निकलने तथा घर पे आने का सही समय बताना आवश्यक है, वरना आपको घर के बाहर ही सोना पड़ेगा ।
- यदि आपने घर में खाते वक़्त एक भी नखरा करा, आपको पूरा दिन भूखा रहना पढ़ सकता है ।
- आपकी थाली में खाने का एक गस्सा तक नहीं छुटना चाहिए
- भूख लगने पर शान्ति से खाने की प्रतीक्षा करिए वरना आपके गाल पे कुछ छप सकता है ।
- अगर घर का कोई बड़ा बुज़ुर्ग बहार जा रहा हो तोह आप 'क्यूँ' नहीं पूछ सकते , इसके लिए दादी ने एक शब्दावली विकसित करी थी जिसमे से एक वाक्य था "आपका सिद्धान्त?" मतलब "कहाँ जा रहे हो "
- धाक के तीन पाथ , आंगी फांगी पूठी नंगी । I just hope I have recalled it correctly
- तू तो गौरय्या है ।
- घेप्सू
- मोल्थु ( dadi pyar se yeh bulati hai cz m bit bulky :P )